मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने अपात्र राशन कार्ड खोजने के अभियान को फिलहाल रोक दिया है। इस संबंध में गुरुवार को खाद्य नागरिक आपूर्ति व ग्राहक संरक्षण विभाग ने एक परिपत्र जारी किया। परिपत्र में कहा गया है कि प्रशासनिक कारणों की वजह से अगले आदेश तक के लिए इस अभियान पर रोक लगा दी गई है।
इस अभियान के तरह 1 फरवरी से 30 अप्रैल के बीच अपात्र राशनकार्ड धारकों की तलाश के लिए विशेष जांच मुहिम शुरु करने का निर्णय लिया था। राज्य शासन ने बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा, केसरी, सफेद व आस्थापना कार्ड वर्ग में राशन कार्ड वितरिए किए हैं। इस अभियान में राशन कार्ड में दोबारा नाम होने, मृतक व्यक्तियों, स्थानांतरित व्यक्तियों और विदेशी नागरिकों के नामों को हटाया जाना था। अपात्र पाए जाने वाले राशन कार्ड को रद्द कर उसके अनुपात में राशन दुकान का कोटा कम किया जाना था। इसके तहत शहर के प्रत्येक राशन कार्ड धारक के राशन कार्ड की जांच होनी थी। कार्ड धारक पात्र हैं या अपात्र, इसकी जांच के लिए आरटीओ और राजस्व विभाग के कागजातों का सहारा लेने की योजना थी। सरकार को उम्मीद थी कि इस अभियान से जरूरतमंद लाभार्थियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली का फायदा होगा और अपात्र बाहर होंगे।
सरकारी राशन को लेकर अनेक मामले सामने आते रहे हैं। यह शिकायतें आम हो चली हैं कि जरूरतमंदों को इसका फायदा नहीं मिलता और रसूखदार इसका लाभ उठा ले जाते हैं। इन शिकायतों को देखते हुए राज्य सरकार ने चार साल पहले भी राशन कार्ड धारकों की पहचान के लिए एक अभियान चलाया था।
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