वझे की कस्टडी 9 अप्रैल तक बढ़ी
मुंबई
एंटीलिया केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच लगातार जारी है। बुधवार को मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह से तकरीबन साढ़े 3 घंटे पूछताछ हुई। इसी मामले में गिरफ्तार पूर्व API सचिन वझे को भी NIA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। इस दौरान NIA ने कुछ और जांच की बात कहते हुए वझे की कस्टडी बढ़ाने का आग्रह किया, जिसे मानते हुए वझे को 9 अप्रैल तक फिर से NIA कस्टडी में भेज दिया गया। वझे के साथ मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार पूर्व कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश धारे को भी स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
परमबीर सिंह के लेटर बम के बाद नए मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले ने गृहमंत्रालय को अपनी एक रिपोर्ट सौंपी है िजसमें परमबीर सिंह के आरोपों की हवा निकाली गई है। परमबीर सिंह ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था उन्होंने 100 करोड़ रूपए वसूलने का टारगेट वझे को दिया था जिसको लेकर दोनों के बीच मीटिंग हुई थी। इस रिपोर्ट के बाद पता चला है कि परमबीर सिंह ने ही वझे की नियुक्ति और उसे अहम काम सौंपने में अहम भूमिका निभाई थी। इस रिपोर्ट में वझे की पूरे नौ महीने की रिपोर्ट पेश की गई है।
परमबीर से पूछे गए संभावित सवाल
1. 16 साल तक सस्पेंड रहने पर सचिन वझे को किस आधार पर फिर से बहाल किया गया?
2. क्राइम ब्रांच में कई सीनियर होने के बावजूद उन्हें क्यों CIU का हेड बनाया गया?
3. प्रोटोकॉल नियम को दरकिनार करते हुए वझे क्यों सीधे आपको रिपोर्ट करते थे?
4. आपने उनके जॉइन करने के तुरंत बाद लगभग सभी बड़े महत्वपूर्ण केस उन्हें सौंपे?
5. असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर होने के बावजूद वझे के रसूख पर आपको कभी संदेह नहीं हुआ?
6. एंटीलिया केस की जानकारी मिलने के बाद ज्यूरिडिक्शन नहीं होने के बावजूद सचिन वझे को इसकी जांच क्यों सौंपी गई?
7. वझे को स्पेशल पावर देने के लिए क्या कभी किसी पॉलिटिकल व्यक्ति ने दबाव बनाया था?
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