नई दिल्ली
देशभर में कोरोना वायरस के नए मामलों ने सभी पुराने रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया है। कई राज्यों में हालात काफी खराब हो चुके हैं। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ अप्रैल को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत के दौरान कोरोना से निपटने की रणनीति साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते पिछले पांच दिनों में प्रधानमंत्री की होने वाली यह दूसरी बैठक होगी। यह बैठक कोरोना के पिछले 24 घंटों में सामने आए एक लाख से ज्यादा होने की वजह से काफी अहम हो गई है। पिछले एक दिन में देश में 103,558 नए कोरोना के केस मिले हैं, जिसके बाद सरकार की चिंता और अधिक बढ़ गई। अभी तक भारत में संक्रमण की बीमारी के शुरू होने के बाद से यह आंकड़ा सबसे अधिक है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्रियों के बीच होने वाली बातचीत के पहले जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से चर्चा कर राज्यों की मौजूदा स्थिति और वहां कोरोना से निपटने में आ रही चुनौतियों पर रोडमैप तैयार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि एक लाख से ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर 12,589,067 हो गई है। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी और महामारी के सतत प्रबंधन और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के साथ ही जन भागीदारी और जन आंदोलन जारी रखने की जरूरत पर बल दिया था।
कई राज्यों में स्कूलों पर तालाबंदी
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते स्कूलों पर एकबार फिर तालाबंदी का खतरा मंडराने लगा है। महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली समेत कई राज्यों में विद्यालयों को बंद करने की घोषणाएं हुई हैं। कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में कक्षाओं को अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया गया है। दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों ने तो अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है जबकि यूपी, राजस्थान, बिहार, पंजाब समेत कई राज्यों ने कुछ दिनों के लिए कक्षाओं को निलंबित किया है।
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